Radha Soami Ji : Mere Satguru Pyare
"सतगुरु" की शरण मे जाने से हमारे रास्ते मे आने वाली सभी रुकावटे(बाधाएं) दूर हो जाती है| "सतगुरु"हमारे और परमातमा के मिलाप मे आने वाली रुकावटे 'माया' और 'काल' को दूर करके हमारा मिलाप परमातमा से कराते है| "सतगुरु" हमारी आँखो से काल और माया रुपी परदे को हटाकर हमे प्रकाश की ओर ले कर जाता है| "सतगुरु" हमसे नाम की कमाई करवाकर हमे जीते जी "सचखण्ड ले कर जाता है| हमे अपने अन्दर से 'नाम की कमाई द्वारा' दर्शन करवाता है| "सतगुरु" "परमातमा" से मिलाप करवाने के लिए हमारे अन्दर से विरोधी शकितयो को दूर करता है| और परमातमा से मिलाप करवाता है|
केसे मान लूँ की तू पल पल में शामिल नहीं..केसे मान लूँ की तू हर चीज़ में हाज़िर नहीं..केसे मान लूँ की तुझे मेरी परवाह नहीं..केसे मान लूँ की तू दूर हे पास नहीं..देर मैने ही लगाईं पहचानने में
मेरे सतगुर प्यारे,
वरना तूने जो दिया उसका तो कोई हिसाब ही नहीं।
जैसे जैसे मैं सर को झुकाता चला गया
वैसे वैसे तू मुझे उठाता चला गया
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